How to make Electric Iron | Small Scale Industry Business Guide in Hindi
Electric Iron Manufacturing Business: बिजली की प्रेस ELECTRIC IRON का उपयोग अब हर घर में सामान्य हो चुका है। घर में ही कपड़े धोने और उन्हें प्रेस करना आज अधिक लोकप्रिय हो चुका है। घरों में तो अब शत-प्रतिशत रूप से बिजली की प्रेस का उपयोग होता ही है ड्राई क्लीनर्स तथा लॉन्ड्री वाले भी अब कोयला से गर्म की जाने वाली प्रेस की बजाए बिजली की प्रेस का प्रयोग करना ही अधिक पसंद करते हैं। नित्य उपयोगी और सस्ता उपकरण होने के नाते बिजली की प्रेसों की बाजार में हर समय मांग रहती है। कोई भी व्यक्ति एक छोटे से कमरे में महज पचास हजार रुपए लगा कर इस कार्य से प्रतिमाह अच्छा मुनाफा आसानी से कमा सकता है यदि आपके पास लगभग 40 से 50 वर्ग गज स्थान और चालीस – पचास हजार तक की पूंजी है तब आप 3-4 कर्मचारी रखकर अच्छी आमदनी कर सकते हैं।
आवश्यक उपकरण तथा औजार (Tools) :-
प्रेस के विविध भागों को जोड़ने के लिए प्लास पेचकस तथा कुछ रिन्चों की आवश्यकता होती है। तैयार प्रेस की क्वालिटी तथा कार्यक्षमता जांचने-परखने के लिए तीन उपकरणों की आवश्यकता होती है – हाई वोल्टेज मीटर, वोल्टमीटर तथा मेगर। मेगर का मूल्य लगभग आठ सौ से एक हजार रुपये है और यह देखने के काम आता है कि प्रेस अर्थ तो नहीं कर रही। वोल्टेज मीटर लगभग 500 रुपये का आ जाता है और यह एलिमेंट की क्षमता चेक करने के लिए प्रयोग किया जाता है।हाई वोल्टेज मीटर तैयार प्रेस की बिजली की खपत तथा वोल्टेज चेक करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसकी कीमत लगभग 800 रुपये होती है। इस प्रकार प्रेस असेंबल करने की मेज सहित यह सभी उपकरण 3000 से भी कम मूल्य में मिल जाते हैं|
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Electric Iron पुर्जे तथा असेंबलिंग:-
बिजली के उपकरणों में प्रेस सबसे ज्यादा और बनाने में आसान उपकरण है। इसका तला मोटे और मजबूत लोहे का होता है। इस तले को बफ मशीन द्वारा चिकना व चमकदार करना होता है। यह तले आप बाजार से खरीद कर पॉलिश करा सकते हैं या अपनी डाई देकर हाथ से लोहे की ढलाई करने वाले कारीगरों से ढलवा सकते हैं। तले के ऊपर एलिमेंट लगा कर उस पर एक कच्चे ढलवा लोहे का दूसरा तला लगाया जाता है। इस दूसरे भाग को भी ढलाई द्वारा बनाया जाता है परंतु इस पर पोलिश नहीं की जाती। नीचे के तले के अंदर की ओर दो बोल्ट लगे होते हैं इन बोल्टों में ही नटों द्वारा एलिमेंट को ऊपरी तले को कसकर एलिमेंट को जमा दिया जाता है। यह Bolt काफी लंबे होते हैं अतः ऊपर का कवर लगाने के बाद इनको फंसा कर पेच कस दिए जाते हैं। ऊपर के कवर में बिजली के तार से जुड़ा हुआ Plug लगाने के लिए Socket लगाया जाता है। सभी भागों को अच्छे से कसकर प्रेस को पूरी तरह चेक करने के बाद उस पर अपने ब्रांड का लेबल या स्टीकर लगा कर उसे डब्बे में पैक कर बाजार में बिक्री के लिए दुकानदारों के पास सप्लाई कर दिया जाता है।
लघु उद्योग स्तर पर Electric Iron निर्माण:-
बहुत छोटे स्तर पर प्रेस बनाने के लिए तो सभी पार्ट बाजार में बने बनाए लेकर उनकी मात्र असेंबलिंग ही की जाती है। अतिरिक्त स्थान और धन होने पर इनमें से कुछ चीजें स्वयं ही बनाई जा सकती है और अधिक मात्रा में प्रेसों का निर्माण किया जा सकता है। यहां हम वस्तुओं के निर्माण का परिचय दे रहे हैं आप अपनी सुविधानुसार किसी भी स्तर तक अपने उद्योगों को बढ़ा सकते हैं –
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1 इलेक्ट्रिक प्रेस की बॉडी टीन की चादर की बनाई जाती है| स्वयं बॉडी बनाने के लिए टीन की चादर काटने के लिए शियरिंग मशीन, आकार देने के लिए दाब प्रेस व डाईयों तथा चमक आने के लिए बफ मशीनों की आवश्यकता पड़ती है। इन मशीनों पर लगभग चालीस हजार लागत आती है और 20 से 25 वर्ग मीटर स्थान पर्याप्त रहता है वाशिंग मशीन निर्माण में इनका पूरा परिचय दिया गया है।
2 एक छोटी भट्टी लगाकर प्रेस में अंदर एलिमेंट के ऊपर लगाए जाने वाले लोहे के पान के आकार के खांचे और तले स्वयं ढाल सकते हैं| इन लोहे के तलवों में छेद कर चूड़ियां हाथ के बर्मे व ड्रिल से डाली जाती है। इस यूनिट पर पांच से दस हजार रुपये तक खर्च होते हैं।
3 प्लास्टिक व बैकोलाइट के हैंडल व तार में लगाए जाने वाले दोनों ओर के होल्डर्स चार ओंस की प्लास्टिक मशीन पर बनाये जा सकते हैं। इस पर भी लगभग पांच हजार तक की लागत आती है।
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बिजली का तार तथा एलिमेंट बाजार में मिल जाता है। वैसे एलिमेंट बनाना अपने आप में एक अच्छा उद्योग है। इलेक्ट्रिक प्रेस के अनेक नए-नए मॉडल बाजार में आते रहते हैं। हल्के हल्के और भारी से भारी। यही कारण है कि यहां छोटे पैमाने पर उद्योग को पचास हजार रुपए से प्रारंभ किया जा सकता है वहीं बड़े स्तर पर इस उद्योग में लाखों की पूंजी लगाकर भी किया है।
Haame rojgar karna hai