ज्वेलरी डिजाइनिंग में करियर | Career in Jewellery Designing in Hindi
Career in Jewellery Designing in Hindi | Jewellery Designing Course | Income / Salary | Jewellery Designing Institutes in India |
आभूषण (Jewellery) भला किसे पसन्द नहीं। ख़ास तौर पर हमारे देश भारत में इनका बहुलता से प्रयोग किया जाता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि केवल भारत ही एक ऐसा देश है, जहाँ आज भी आभूषण हाथों से गढ़कर ही बनाये जाते हैं, इनके लिए मशीनों या डाइयों का प्रयोग नहीं किया जाता। इसलिए भारत के आभूषण विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। इसी कारण भारत से आभूषणों का निर्यात भी होता है, क्योंकि विदेशी लोग भारतीय आभूषणों के कायल हैं।
महानगरों से लेकर छोटे शहरों तक में आभूषणों का व्यापार फैला है, जिनमें नित्य नई Designs देखने को मिलती हैं। लोग इन नई-नई Designs की कलात्मकता और बनावट से प्रभावित हुए बिना नहीं रहते। ना सिर्फ महिलायें, बल्कि आजकल तो पुरुषों में भी चेन, अंगूठी, कड़े इत्यादि के रूप में आभूषण पहनने की आदत बढ़ती जा रही है।
क्या आपने कभी विचार किया है कि रोज-रोज ये नई मनभावन Designs आती कहाँ से हैं ? दोस्तों ! इन सभी designs का credit सिर्फ और सिर्फ Jewelery Designers को जाता है। ये designers जिनमें से कुछ काफी नाम कमा चुके हैं और कुछ जो गुमनामी में काम कर रहे हैं, वे सभी रात-दिन Jewelery की नई-नई Designs बनाने में लगे रहते हैं और इन्हीं की मेहनत से इस क्षेत्र में रोज नए इतिहास रचे जा रहे हैं। अधिकांश आभूषण पहनने वाले तो केवल आभूषण विक्रेता को ही सबकुछ मान लेते हैं, वे यह सोचते ही नहीं कि असल में ये मनभावन Designs बनाई किसने है। आभूषणों की मांग पूरे देश में रहती है। और Career बनाने के लिए ये बहुत ही अच्छा क्षेत्र है। इसके लिए आपको बस पहले Jewelery Designing का किसी अच्छे Institute से course करना है और फिर उतर जाना है अपने कार्यक्षेत्र में।
Want to become a Fashion Designer?
आगे हम आपको Jewelery Designing courses करवाने वाले Institutes की जानकारी देंगे, लेकिन पहले इस क्षेत्र के बारे में आपको विस्तार से जानकारी देंगे –
ज्वैलरी डिजाइनिंग का इतिहास | Jewellery Designing History in Hindi:
Jewelery Designing का क्षेत्र पाठ्यक्रम के नजरिये से भले ही नया हो, लेकिन आभूषणों और इन्हें बनाने की कला का उपयोग प्राचीनकाल से ही चला आ रहा है। मनुष्य अपनी उत्पत्ति के समय से ही आभूषणों के प्रति आकर्षित रहा है। प्रारम्भ में वह पत्तों से बनी मालाएं व मुकुट इत्यादि धारण करता था। फिर पत्थरों और उसके बाद धातुओं को गढ़कर उन्हें पहनने लगा। कालान्तर में सभ्यता विकसित होने के बाद सोने-चांदी, तथा हीरे और जवाहरातों की खोज हुई तो इनका उपयोग आभूषण बनाने में किया जाने लगा। इस प्रकार Jewelery Designing की शुरुआत हजारों साल पहले ही हो चुकी थी।
Want to make a career in Modeling?
धीरे-धीरे समय बीतता गया और वर्तमान तकनीकी युग का प्रारम्भ हुआ। Jewelery Designing के नए-नए क्षेत्र विकसित होने लगे और देशभर लाखों लोग इस काम में लग गए। नित्य नयी Designs आभूषणों में उकेरी जाने लगी। Designing प्रचलन से Jewelery के business में क्रन्तिकारी बदलाव हुए और यह सबसे महंगा business बन गया। Indian Jewelery Designing की शोहरत विदेशों में भी पहुंची और वे भारतीय आभूषणों के दीवाने हो गए।
आजकल सोने चांदी के अलावा मशीनों के द्वारा भी आभूषण बनने लगे हैं, जिसे Costume Jewellery कहते हैं। इसके अलावा धातु की दृष्टि से कम कीमती लेकिन सुन्दर आभूषण भी बनने लगे हैं जो Semi Precious Jewellery कहलाते हैं। इनमें Art-Karat जैसे आभूषण होते हैं जिनमें नीलम, मोती, शंख, सुन्दर पत्थर आदि इस्तेमाल किये जाते हैं।
Jewellery Designing Course –
इस कोर्स में सोने-चांदी तथा अन्य कीमती धातुओं के आभूषणों को के सुन्दर और आकर्षक Designs तैयार करना सिखाया जाता है। तथा मूंगा, मोती, पन्ना, नीलम इत्यादि की पहचान कर उन्हें तराशना और धातुओं में लगाना भी सिखाया जाता है। इसमें कई तरह की धातुओं का अध्ययन भी कराया जाता है। क्योंकि आभूषण केवल सोने-चांदी के ही नहीं बल्कि पीतल, एल्युमीनियम, ताम्बा, स्टील, निकल, गिलट आदि के भी बनते हैं। । इसके Syllabus में Lectures के अलावा Project Assignment व Craft Documention द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है।
Want to make a career in Film and Television Industry?
बड़े संस्थानों में प्रशिक्षण के अंतिम महीनों में किसी आभूषण निर्माता के साथ व्यावहारिक ज्ञान भी दिया जाता है। Course पूरा होने पर छात्र द्वारा बनाई गई Designs को किसी बड़े आभूषण निर्माता के सहयोग से लगाई गई प्रदर्शनी में भी प्रदर्शित किया जाता है।
कैसे बनती है Design –
एक Jewellery Designer सबसे पहले आभूषण की डिज़ाइन को अपनी कल्पना से स्केच के माध्यम से कागजों पर बनाता है। फिर वह उसमें अपनी कल्पना से परिवर्तन करता है। इसलिए एक डिज़ाइनर को एक अच्छा स्केच आर्टिस्ट भी होना आवश्यक है। आजकल Computers में भी Graphic Designes बनाई जाने लगी हैं। उसके बाद आभूषण निर्माता और कुछ अन्य लोगों को दिखाकर इसे फाइनल किया जाता है। पूरी संतुष्टि होने के बाद ही एक डिज़ाइन को फाइनल किया जाता है।
प्रवेश (Admission) –
Jewellery Designing के लिए Admission के लिए बड़े और ख्यातिप्राप्त संस्थानों में Mental Ability Exam तथा Creative Ability Situation Test के बाद Interview में सफल होने पर प्रवेश दिया जाता है। इनमें पढ़ने वाले छात्रों का Future Bright होता है। Private Institutes से भी यह Course करके इन Business को अपनाया जा सकता है। इसमें प्रवेश के लिए 12th 55 या 60 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
Course की अवधि (Duration) –
Jewellery Designing से सम्बंधित पाठ्यक्रम की अवधि अलग-अलग संस्थानों में अलग-अलग है। यह 4 माह से लेकर 4 वर्ष तक है।
32 Ways to Earn Money Online without Investment >>
आय (Income) –
यदि किसी अच्छे Institute से यह कोर्स किया जाये तो शुरू में 7000/- से 15000/- के बीच वेतन मिल सकता है। इसके पश्चात् योग्यता व अनुभव के आधार पर यह राशि बढ़ सकती है। अनुभव के आधार पर इससे 50,000 या उससे भी अधिक कमाया जा सकता है। यह एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें अनुभव मिलने के बाद बेशुमार पैसा है। Jewellery Designing असल में आभूषण के व्यवसाय की नींव है। इसके बिना यह व्यवसाय चल ही नहीं सकता। कुछ कम्पनियां designers को वेतन पर रखती हैं तो कुछ designers स्वतन्त्र रूप से काम करते हैं वे सभी एक स्टार के बाद लाखों रुपये कमाते हैं।
Jewelery Designing Institutes in India –
1. National Institute of Fashion Technology (NIFT)
Hauz Khas, New Delhi – 110016
इस संस्थान में Jewelery Designing से सम्बंधित स्नातक पाठ्यक्रम है। जो Accessories Design नाम से जाना जाता है। यह 3 Years Course है। इसमें Jewellery के अलावा पर्स, जूते आदि अन्य चीजें भी Design करना सिखाया जाता है।
2. National Institute of Design (NID)
Paldi, Ahemdabad
इस Institute में Product Design नाम से 4 Years Course है जिसमें अन्य Products के साथ ही Jewellery Designing भी सिखाई जाती है।
3. JD Institute of Fashion Technology
39, Daryacha Building, Hauz Khas Village, New Delhi- 110016
इस Institute में Jewelery Designing का 1 साल का Course है।
4. Apeejay Institute of Design
54, Tughlakabad Institutional Area, Mehrauli-Badarpur Road, New Delhi-110062
5. South Delhi Polytechnic for Women
Lajpat Nagar – 4, New Delhi – 110024
Alaknanda (Near Greater Kailash-2)
New Delhi – 110019
7. Jewellery Design and Technology Institute
A-89, Sector-2, Noida, U.P.
Mumbai
9. Gem and Jewellery Export Promotion Council
Rajasthan Bhawan Jaipur
10. National Institute of Fashion Designing
Bani Park, Jaipur
11. National Institute of Modern Art
Maharana Pratap Nagar, Bhopal
12. J.K. Diamonds Institute of Gems and Jewellery
Mumbai, Maharashtra
13. Indian Institute of Gems and Jewellery
Mumbai, Maharashtra
I am Sheetal Mann
I am 38 year’s old
I have done jewellery designing course from pmkvy for soft dot institute for south extension part_1
How to start jewellery designing business at home. Please help and give any contact jisse mai apna Kam shuru ker saku.
Thanks
Hello Sheetal Ji,
मेरी आपको राय होगी कि सबसे पहले आपको Jewellery Making Industry में कुछ समय Job करनी चाहिए। इससे प्राप्त Market और Designing का अनुभव आपके घरेलु उद्योग के लिए बहुत फायदेमंद होगा।
लेकिन यदि आप जॉब करने में असमर्थ हैं और सीधे ही अपना Jewellery Designing Business स्टार्ट करना चाहती हैं तो आप सबसे पहले अपनी बनाई कुछ बेहतरीन Designes के साथ शहर के प्रतिष्ठित Sellers से संपर्क कीजिये। आप उनके लिए डिज़ाइन कर सकती हैं।
यदि आप प्रोडक्ट (जैसे Costume Jewellery) भी खुद बनाने से समर्थ हैं तो ये बनाकर आप Online Sell कर सकती हैं। तथा Social Media व Print Media के माध्यम से आपको अपना प्रचार करना होगा। इसमें आप किस तरह काम करना चाहेंगी आप ये सुनिश्चित कर मुझे बताएं, मैं निश्चित ही आपकी मदद करने का प्रयास करूँगा।
Jewellery design course kitne Dino ka hota hai…..
how many fee
Hello sir, Maine jewellry design ka course Kiya Hai or ek private company me Kam bhi karta hu……but sir plz btaiye iska future Kya Hai aane wale dino me isme Kya hone Wala Hai.
bahot dhanyawad iss article keliye, achha laga kyun ki main bhi designer hu
Heyyy pls help mi mujhe ye feild mai ana hai pr kaise kya kuch smajahra ñy hai pls help mi